रामानुजगंज
रामानुजगंज छत्तीसगढ़ राज्य के जिला-बलरामपुर-रामानुजगंज के प्रमुख शहरों में से एक है। संयुक्त जिला बलरामपुर -रामानुजगंज मध्य भारत में छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तरी भाग में स्थित है। यह जिला 17 जनवरी 2012 में अस्तित्व में आया था। यह जिला उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश राज्यों के साथ अपनी सीमाओं को साझा करता है। रामानुजगंज छत्तीसगढ़-झारखंड राज्य का सीमावर्ती शहर है। दोनों राज्यों के मध्य कन्हर नदी सीमा रेखांकित करती है। यहाँ धान व मक्का किसानों द्वारा उगाई जाने वाली प्राथमिक फसलें हैं, जबकि मूंगफली और गेहूं जिले के कुछ सिंचित भागों में भी उगाई जाती हैं। यह एक जनजातीय बहुल जिला है, जिसमें लगभग 63% आबादी अनुसूचित जनजातियों की है, जबकि अनुसूचित जाति कुल जनसंख्या का सिर्फ 4.5% है। पहाड़ी कोरवा, गोंड, खैरवार, कंवर और पंडोसरे जिले के प्रमुख आदिवासी समूह हैं। यहाँ की संस्कृति और परंपराएं आदिवासी मान्यताओं और प्रथाओं से बहुत प्रभावित हैं। करमा और छेरता हिंदू त्योहारों के साथ मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार हैं दिवाली, होली और मकर संक्रांति को बड़ी संख्या में लोग मनाते हैं। पलटन घाट ,गुरुसिन्धु, वनवाटिका , बछराजकुंवर, तातापानी, डीपाडीह, मुख्य पर्यटन के आकर्षण के केंद्र हैं। कृषि कामगार आबादी का एक बड़ा हिस्सा है, जबकि पशु पालन सबसे आम व्यवसाय है। निकटतम हवाईअडडा रांची (250 कि०मी०)और रायपुर(450 कि०मी०) हैं। निकटतम रेलवे स्टेशन गढ़वा (50 कि०मी० ) और अंबिकापुर (110 किमी) हैं। जिला न्यायालय और जिला जेल रामानुजगंज शहर में हैं। पर्यटक स्थान जिले में कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं, इन स्थलों पर पर्यटक और तीर्थ यात्री विभिन्न अवसरों पर उत्सव मनाने के लिए वहां जाते है।
पलटन घाट
पलटन घाट संयुक्त जिला बलरामपुर -रामानुजगंज के रामानुजगंज शहर से 3 कि०मी० दूर एक पिकनिक स्थल है, जो कन्हर नदी की धारा द्वारा निर्मित प्राकृतिक रूप से नक्काशीदार चट्टानों के लिए जाना जाता है। यहाँ पर गुलाबी और काले रंग की चट्टानें एक साथ मनोरम दृश्य देखने को मिलता हैं।
तातापानी
तातापानी रामानुजगंज शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तातापानी, जो पूरे देश में प्राकृतिक गर्म पानी के लिए प्रसिद्ध है। वर्ष भर जलाशयों और पानी के झरनों में जमीन से गर्म पानी (तातापानी )बहता रहता है। स्थानीय लोग यहां की भूमि को पवित्र मानते हैं और कहा जाता है कि यहां के गर्म पानी से स्नान करने से सभी प्रकार के चर्म रोग समाप्त हो जाते हैं। यहां एक प्राचीन शिव मंदिर है यहाँ भगवान शिव की लगभग 40 फीट ऊँची मूर्ति स्थापित की गई है जिसके गर्भ गृह में 12 ज्योर्तिलिंग की प्रतिकृति स्थापित की गई है मकर संक्रांति के पर्व पर यहां लाखों पर्यटक आते हैं। इस दौरान विशाल मेले का आयोजन किया जाता हैं।
पवई फॉल
पवई फॉल रामानुजगंज शहर से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जो घने जंगल के बीच स्थित है एवं पहाड़ो से पानी निकल कर झरना के रूप में बहता है। पवई फॉल देखने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी के मध्य है।
डीपाडीह
डीपाडीह रामानुजगंज शहर से 93 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। डीपाडीह छत्तीसगढ़ का एक पुरातात्विक स्थल है। यह छत्तीसगढ़ के संयुक्त जिला बलरामपुर -रामानुजगंज में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थान है। पुरातात्विक विभाग की खुदाई से मूर्तियों और मंदिरों के अवशेष मिले हैं। डीपाडीह के मंदिरों और मूर्तियों की वास्तुकला और समृद्ध मूर्तिकला का सबसे अच्छा नमूना है। यह स्थान छत्तीसगढ़ के गौरवशाली अतीत का परिचय देता है।
सेमरसोत वन्यजीव अभ्यारण्य
सेमरसोत वन्यजीव अभ्यारण्य अंबिकापुर-डाल्टेनगंज मार्ग पर सेमरसोत के पास स्थित है। सेमरसोत वन्यजीव अभ्यारण्य रामानुजगंज शहर से 93 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। निकटतम रेलवे स्टेशन अंबिकापुर में है। इस क्षेत्र की पूर्वी सीमा झारखंड राज्य के साथ जुडी है इस क्षेत्र से होकर कर्क रेखा गुजरती है।
बाबा बछराज
कुंवर बाबा बछराज कुंवर रामानुजगंज शहर से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बाबा बछराज कुंवर भारत में छत्तीसगढ़ राज्य के संयुक्त जिला बलरामपुर -रामानुजगंज में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है। चैत्र नवरात्रि के समय यहाँ मेला लगता है।
वन वाटिका (पार्क )
वन वाटिका (पार्क ) रामानुजगंज शहर से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ पर अत्यधिक मात्रा में पेड़ ,पौधे एवं फूल से हरा भरा व झील को देखने के लिए मनोरम दृश्य मिलते है। वन वाटिका शहर वासियों के लिए शुद्ध हवा एवं घूमने के लिए बहुत सुंदर और मनोहारी है। यहाँ हर रोज सुबह व शाम लोग घूमने आते है।
पहाड़ी मंदिर
पहाड़ी मंदिर रामानुजगंज रिंग रोड मार्ग में स्थित है। यहाँ पर माँ दुर्गा जी का मंदिर के साथ – साथ अन्य देवी –देवताओं की भी पूजा की जाती है। यहाँ पर चैत्र नवरात्रि के समय यहाँ मेला लगता है। यहाँ पर हर रोज श्रध्यालू पूजा करने आते है। कन्हर नदी कन्हर नदी रामानुजगंज – झारखण्ड मार्ग व शहर के किनारे में स्थित है। यहाँ पानी को रोकने के लिए गेट बनाये गये है जिससे की वर्षा के समय पानी को रोक कर गर्मियों के दिनों में पानी की समस्या को दूर की जाती है।